RBI Cibil Score New Rules जब भी कोई व्यक्ति बैंक या वित्तीय संस्था से लोन लेने जाता है, तो उसका सिबिल स्कोर सबसे पहले चेक किया जाता है। सिबिल स्कोर जितना अच्छा होगा, व्यक्ति को लोन मिलने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी। अगर सिबिल स्कोर खराब होता है, तो लोन अप्रूवल में दिक्कत आती है। हाल ही में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने RBI Cibil Score New Rules के तहत 6 नए नियम लागू किए हैं, जिससे लोन लेने वाले ग्राहकों को फायदा मिलेगा। अगर आप भी लोन लेना चाहते हैं और आपका सिबिल स्कोर खराब है, तो इन नियमों का पालन करके आप अपना स्कोर सुधार सकते हैं।
कैसे मिलता है बैंक से लोन?
जब कोई व्यक्ति बैंक से लोन के लिए आवेदन करता है, तो बैंक सबसे पहले उसका सिबिल स्कोर चेक करता है। यह स्कोर उसके पुराने क्रेडिट व्यवहार पर निर्भर करता है। अगर किसी व्यक्ति का सिबिल स्कोर अच्छा (750+) होता है, तो उसे आसानी से लोन मिल जाता है, लेकिन अगर स्कोर कम होता है, तो लोन अप्रूवल में दिक्कत आती है। इसी समस्या को दूर करने के लिए RBI Cibil Score New Rules लागू किए गए हैं।
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RBI Cibil Score New Rules के नए नियम
पहला नियम: हर 15 दिन में सिबिल स्कोर अपडेट करें
RBI Cibil Score New Rules के तहत अब हर व्यक्ति को हर 15 दिन में एक बार अपना सिबिल स्कोर अपडेट करना होगा। यानी महीने में कम से कम दो बार क्रेडिट स्कोर अपडेट होना जरूरी है। इससे ग्राहकों को पता चलता रहेगा कि उनका स्कोर कैसा है और जरूरत पड़ने पर वे इसमें सुधार कर सकते हैं। यह नियम 1 जनवरी 2025 से लागू होगा।
दूसरा नियम: बैंक ग्राहकों को सिबिल स्कोर चेक करने की जानकारी देंगे
अब बैंक और वित्तीय संस्थान जब भी किसी व्यक्ति का सिबिल स्कोर चेक करेंगे, तो इसकी जानकारी ग्राहक को दी जाएगी। बैंक यह जानकारी SMS या ईमेल के माध्यम से भेजेंगे। इससे ग्राहक को पता चलेगा कि उसका क्रेडिट स्कोर कब और किस कारण से चेक किया गया है।
तीसरा नियम: लोन रिजेक्ट होने पर कारण बताना अनिवार्य
अगर किसी ग्राहक का लोन खराब सिबिल स्कोर की वजह से रिजेक्ट होता है, तो बैंक या वित्तीय संस्था को लोन रिजेक्शन का कारण स्पष्ट रूप से बताना होगा। यह RBI Cibil Score New Rules के तहत अनिवार्य कर दिया गया है। इससे ग्राहक को पता लगेगा कि किस वजह से उसका लोन रिजेक्ट हुआ और वह उसे सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठा सकता है।
चौथा नियम: साल में एक बार फ्री क्रेडिट रिपोर्ट मिलेगी
अब हर व्यक्ति को साल में एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट फ्री में मिलेगी। पहले ग्राहकों को क्रेडिट रिपोर्ट देखने के लिए शुल्क देना पड़ता था, लेकिन RBI Cibil Score New Rules के अनुसार, अब क्रेडिट कंपनियां एक बार फ्री क्रेडिट रिपोर्ट देने के लिए बाध्य होंगी। यह रिपोर्ट ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएगी।
पांचवा नियम: डिफॉल्टर घोषित करने से पहले ग्राहक को जानकारी दी जाएगी
अगर कोई ग्राहक डिफॉल्ट होने वाला है, यानी उसका लोन भुगतान बकाया है, तो उसे बिना जानकारी के डिफॉल्टर घोषित नहीं किया जा सकता। अब बैंक या वित्तीय संस्थान को पहले ग्राहक को सूचित करना होगा ताकि वह समय पर भुगतान कर सके। यह नियम ग्राहकों को सिबिल स्कोर खराब होने से बचाने के लिए लागू किया गया है।
छठा नियम: शिकायतों का निपटारा 30 दिन में करना अनिवार्य
अगर किसी ग्राहक को क्रेडिट रिपोर्ट से जुड़ी कोई शिकायत है, तो उसे 30 दिनों के अंदर हल करना होगा। अगर क्रेडिट कंपनी 30 दिन में समस्या का समाधान नहीं करती, तो उसे प्रति दिन ₹100 का जुर्माना देना होगा। RBI Cibil Score New Rules के इस नियम से ग्राहकों को बड़ी राहत मिलेगी।
RBI Cibil Score New Rules क्यों जरूरी हैं?
RBI Cibil Score New Rules लागू करने के पीछे मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को पारदर्शिता और बेहतर सेवा प्रदान करना है। कई बार ग्राहक को पता ही नहीं होता कि उसका सिबिल स्कोर कब और क्यों गिरा। इन नियमों के लागू होने से ग्राहक अब अपने सिबिल स्कोर को आसानी से ट्रैक कर सकेंगे और समय पर सुधार कर पाएंगे।
अगर आप भी लोन लेना चाहते हैं, तो RBI Cibil Score New Rules के इन नियमों का पालन करें और अपना सिबिल स्कोर मजबूत बनाएं।
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